Everything about shiv chalisa lyricsl
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कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
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शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
दोस्तों अब हम श्री शिव जी के भजन को क्रमवार लिस्ट के रूप में आप लोगों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं। प्रत्येक भजन का पूरा आर्टिकल लिखने पर यह लेख बहुत बड़ा हो जाएगा, इसलिए हमने नीचे क्रमवार रखे हैं। आप अपने पसंद का भजन को क्लिक करके पूरा पढ़ सकते हैं
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
अर्थ- हे प्रभू आपके Shiv chaisa समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
शिव मंदिर में दीप जला के करलो मन उजियारा…
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं shiv chalisa lyricsl जुहारी॥
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥